shiv chalisa lyrics in english with meaning Things To Know Before You Buy

Wiki Article

अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

Shri Shiv Chalisa is critical since it retains an unconditional hymn that is dedicated to Lord Shiva. In the chalisa, you can find 40 verses that praise and invoke the blessings of Lord Shiva. The Chalisa works as being a connector to connect devotees to your divine Vitality of Lord Shiva and take his pilotage, blessings, and protections.

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

शिव आरती

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर check here दीन जानकी माता।।

पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

अपना मुंह पूर्व दिशा में रखें और कुशा के आसन पर बैठ जाएं।

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भये प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥

Report this wiki page